Posts

Showing posts from January, 2016

||| भारत गणत्रंत और आज़ाद है ? |||

Image
||| नमो भारत ||| जय भारत ||| दिनाक २६ जनवरी २०१६ को भारत में कुछ स्थानो पर ऐसा कुछ हुआ जिससे ये सवाल उठना सही है की क्या आज हम गणत्रंत और आज़ाद भारत है ? 1 - 26  जनवरी   2016  , अहमदाबाद ( जानकारी news24) एक  SC/ST  के सरपंच को उस स्थान के ठाकुरो ने २६ जनवरी के उपलक्ष में राष्ट्रीय ध्वज फहराने नहीं   दिया गया   तथा ठाकुरो ने मरने की धमकी दी।  2 - मैं राष्ट्रीय स्वयं सेवक यानी आरएसएस हूं . मेरी नजरों में तिरंगा के तीन रंग अशुभ हैं मैं अपने मुख्यालय में कभी तिरंगा नहीं फहराता   और मैं भारतीय संविधान को नहीं , बल्कि मनुस्मृति को मानता हूं और मैं देशभक्त हूं .- ये वाक्य भारती कुमारी ( लेखिका सामाजिक - राजनीतिक कार्यकर्ता हैं .) के एक लेख का है जिसमे उन्होंने ने आरएसएस के करतूतो को लिखा है। आरएसएस मुख्यालय पर कभी तिरंगा नहीं फहराया गया है। 3 - दिनाक   21   जनवरी   2016  , झांसी बुंदेलखंड , ( ज...

नवोन्मेष में हम पीछे क्यों ?

III नमो भारत III पिछले १० वर्षों के दौरान हमारे देश में जितने पेटेंट मंजूर किये गए है, उनमें से महज ६ में से केवल एक ही पेटेंट देश के  अविष्कारों में से है। * २००६-१५ के बीच  १० वर्षों में मंजूर कुल पेटेंट- ६७,३४२  विदेशी अविष्कारों को पेटेंट- ५६,७२७  देशी अविष्कारों को पेटेंट- १०,६१५ ** वैश्विक नवोन्मेष सूचकांक(२०१५)  (देश तथा उनके रैंकिंग)  स्विट्ज़रलैंड -१  अमेरिका- ५ चीन- २९ रूस- ४८ ब्राजील - ७०  भारत- ८१ शायद यही वजह है कि १४१ देशों के वैश्विक नवोन्मेष सूचकांक में भारत १०० वें स्थान पर है। सम्राट प्रियदर्शी युथ फेडरेशन ऑफ़ इंडिया  विशिष्ट भारतीय युवा समाज सेवी संगठन

विश्व बैंक का शीर्ष बल्लेबाज कर्जदार '' भारत''

नमो भारत। जय भारत। भारत- १०२.१० अरब डॉलर  ब्राजील- ५८.८० अरब डॉलर  चीन- ५५.८० अरब डॉलर मैक्सिको- ५४ अरब डॉलर इंडोनेशिया - ५०.५ अरब डॉलर आंकड़े देख कर अनुमान लगाइये कि भारत ने हर देशो को पीछे छोड़ दिया है। जितनी सरकारें आ आ रही है  वही इस क्षेत्र में बेहतर विकास करके जाती है। सम्राट प्रियदर्शी युथ फेडरेशन ऑफ़ इंडिया  (विशिष्ट भारतीय समाज सेवी संगठन)

III जातिवाद III

Image
III जातिवाद III उत्पत्ति: विकास की प्रक्रिया के दौरान अनेक जीवों का विकास हुआ। जैसे - बिल्ली, शेर, बंदर, मनुष्य आदि। ये सभी अलग - अलग जाति से सम्बन्ध रखते है। परन्तु यह मनुष्य पर लागू नहीं होता है, क्योंकि मनुष्य स्वयं एक जाति है। जिसे अन्य  जातियों में विभाजित नहीं किया जा सकता है। परन्तु दुःख के साथ कहना पड़ रहा है कि यह जाति आधारित व्यवस्था केवल  भारत में है। आज से लगभग ४ हजार साल पहले, विदेशी कबीले भारत आये। धोखा और छल से इस देश के मूल निवासियों  को गुलाम बनाये। परन्तु जब उन्हें एहसास हुआ कि वे संख्या में कम है, तो उन्होंने फूट डालो और शासन करो की नीति के  तहत जाति व्यवस्था की नीव रखी। एक मनुष्य जाति को ६,७४३ जातियों में विभाजित किया। उनके बीच जाति रुपी दिवार  खड़ा कर दिया। आपस में भाई चारा न रहे, इसके लिए जाति के आधार पर बड़े -छोटे का भेद कर दिया। इस काम में वे  सफल  रहे, क्योंकि आज तक यह व्यवस्था बनी हुई है। समय - समय पर इसे मजबूत करने के लिए पोषण की व्यवस्था की जाती  रही है। आज देश की जो भी समस्याएं मौजूद है, उनम...

''हथियारों की होड़'' में बुद्ध की उपयोगिता

Image
III नमो भारत III ''हथियारों की होड़'' में बुद्ध की उपयोगिता २०१४ में दुनिया के शीर्ष १०० हथियार निर्माताओं ने ४०० अरब डॉलर के  हथियारों की बिक्री की।  यह है देशों की भागीदारी हथियारों की बिक्री में। अमरीका - ५४.४ %  ब्रिटेन- 10.4 %  रुस - १०.२ %  फ़्रांस- ५.६ %  ट्रांस यूरोपीय संघ- ३.८%  इटली- ३ %  जापान - २.३ %  भारत- १.२ %  चीन- डेटा नहीं मिल पाया है अभी। मित्रो, ए दिन हथियारों की खरीद फरोख्त दिन -प्रतिदिन बढ़ती ही जा  रही  है। पता नहीं कि हथियारों की यह होड़ हमें कहा ले  जाएगी।  क्या आपकी नजरों के है कोई समाधान इसका, जिससे बचा जा सके।  जरूर है, वह है धम्म ! यदि हर व्यक्ति धम्म का अनुसरण करे तो इस  नाजायज होड़ से बचा जा सकता है। सम्राट प्रियदर्शी युथ फेडरेशन ऑफ़ इंडिया  विशिस्ट भारतीय युवा समाज सेवी संगठन

“शिक्षा एवं स्वास्थ सेवा की बदहाली”

III नमो भारत III “शिक्षा एवं स्वास्थ सेवा की बदहाली” भारत में चल रही कुल परियोजना -4000 से भी ज्यादा   क्षेत्र                                    परियोजना का संख्या                    लागत ऊर्जा                                  1377                           1286224.81 करोड़   परिवहन                             2041           ...

''इंटरनेट, मोबाइल, सोशल मीडिया आदि की खुली छूट बच्चों उज्जवल भविष्य के लिए घातक''

Image
III नमो भारत III सर्वविदित हो कि 1. भारत में प्रतिदिन 12 वर्ष -17 वर्ष के 95 % बच्चेइंटरनेट  का   उपयोग  करते है।  2. 72% किशोर रोज करते है सोशल मीडिया का उपयोग।  3. 65 % बच्चे रोज करते है सोशल मीडिया का उपयोग।  4. 51 % बच्चे (13 वर्ष ) स्मार्ट फ़ोन का उपयोग करते है। 5. 76% बच्चे रोज देखते है यूट्यूब तथा 75% अभिभावक को इसके बारे  में पता है। बेसक इंटरनेट बच्चो की पढाई में सहायक है , लेकिन इसके खतरे भी  कम नहीं है, इसलिए अभिभावक को सजगता भी बरतनी चाहिए। छोटी  उम्र में इसकी बच्चों को आवश्यकता कम है। यह एक लत की तरह है।  बच्चे इसका सदुपयोग करने के वजाय दुरूपयोग करने लग जाते है। अभिभावकों की पूर्ण सफलता आपके बच्चों की सफलता पर ही निर्भर  करता है। अतः सभी अभिभावकों से निवेदन है कि वल्यावस्था में  अपने-  अपने बच्चों के क्रियाकलापों पर विशेष ध्यान दें। लगातार  निगरानी में रखें। सम्राट प्रियदर्शी युथ फेडरेशन ऑफ़ इंडिया   विशिष्ट युवा समाज सेवी संगठन

lll भारत हुआ अमीर lll

Image
lll नमो भारत lll यह बात जान कर आप सभी को बहुत ख़ुशी होगी की अब भारत अमीर हो गया है। आप ये सोच रहे होगे की ये कैसे हो सकता है? आइए जानते है कैसे ? नए वर्ष के शुरुवात के साथ ही ब्रिटेन ने घोषणा की है की अब वह भारत को २०१६ से आर्थिक सहायता नहीं करेगी। है ना खुशखबरी! ब्रिटेन ने ऐसा क्यों किया आइये जानते है ? ब्रिटेन के मुताबिक भारत ने आर्थिक तरक्की कर ली है। भारत को ब्रिटेन का मदद की जरुरत नहीं है। ब्रिटेन के डिपार्टमेंट फॉर इनफार्मेशन डेवलेपमेंट (डी. ऍफ़.आई. डी) की मदद से केन्द्र समेत मध्य प्रदेश , ओडिशा , और बंगाल में २६ सरकारी क्षेत्र की परियोजना चल रही है। २०१३-१४ =८५५.०१ करोड़ २०१४-१४ = ६०१.७७ करोड़ २०१५-१६= १९०. ०६ करोड़ रूपए की मदद की है। ब्रिटेन से अधिक अरबपति भारत में - ब्रिटेन के मुताबिक वह एक ऐसे देश की मदद क्यों करे जिसका खुद का अंतरिक्ष एवं रक्षा कार्यक्रम है? यंहा ब्रिटेन से ज्यादा अरबपति है। तो इन अरबपतियों से मदद मांगनी चाहिए। जब भारत खुद दूसरे देशो को करोड़ो पौंड की मदद करता है तो देश को मदद की जरुरत नहीं है। तो हम...