rastriyta or siksha me sabandh
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III नमो भारत III जय भारत III “ राष्ट्रीयता और शिक्षा का सबंध” यह सोच कर बहुत आश्र्चर्य होता है की भारत में कभी राष्ट्रीयता का बोध नहीं कराया जाता , शायद इस पर यहां के लोगो को अधिक आश्रचर्य न हो। क्योंकि राष्ट्रीयता एक नया शब्द भारत के लिए है। लेकिन इस शब्द में निहित भावना ने सारी दुनिया में कमाल कर रखा है। इग्लैंड , जर्मनी , जापान , फ्रांस , अमेरिका रूस यही राष्ट्रीयता की भावना से अोत - प्रोत नागरिक ने जिस हिम्मत और उत्साह के साथ राष्ट्र की उन्नति में योगदान किया है। हमारे देश के शासकों में राष्ट्रीयता का आभाव है आज ६८ वर्षो की आजादी के बबद हम अन्न , रुई , उवर्रक , मशीनरी और इस्पात के मामले में स्वालम्बी नहीं हो सके। भारत में प्रत्येक नागरिक को शिक्षा क्यों दिया जा रहा है , इसे प्रत्येक नागरिक को बताया जाना चाहिए। तमाम ऐसे देश हैं जहां शिक्षा का उदेश्य बताया जाता है। इजराइल में कि...